दोस्तो फिर से एक बार आपका स्वागत है आपका fact2m में। दोस्तों क्या आपको पता है कि हर 100 सालों में क्यों लौट कर आती है महामारी। आपको बता दें कोरोनावायरस के कारण यह महामारी दुनिया में पहली बार नहीं है।

इससे पहले भी दुनिया में तीन बार भयानक महामारी आ चुकी है। जिसके बारे में शायद आपको मालूम नहीं होगा। लेकिन आज हम उन सभी खतरनाक महामारी के बारे में आपको बताएंगे।
दोस्तों इस बात से तो हम बिल्कुल भी इनकार नहीं कर सकते कि आज विज्ञान ने बहुत ज्यादा तरक्की कर ली है। और मेडिकल साइंस के क्षेत्र में तो हमने तरह-तरह की ऊंचाइयों को भी छू लिया है।
लेकिन फिर भी हम आज के समय में फैली हुई कोरोनावायरस महामारी को नहीं रोक पा रहे। पर क्या आप जानते हैं कि यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की बीमारी ने पूरी दुनिया पर अपना कहर ढाया है क्योंकि आज से हर 100 साल पहले इस तरह की महामारी आती रही और दुनिया में लाखों - करोड़ों लोगों को तबाह करती रही।

और इन बीमारियों में जो सबसे रहस्यमई बात है वह आज मैं fact 2m के माध्यम से आपको बताऊंगा।

दोस्तो आज कोरोनावायरस पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुका है लाखों लोग मौत के घाट उतार चुके हैं और हर शख्स डरा हुआ है लेकिन हम आपको बता दें हम और आप पहली बार इस तरह की खतरनाक महामारी को देख रहे हैं लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आज से पहले इस तरह की महामारी ने अपना कहर बरसाया ही नहीं है क्योंकि दोस्तों हर 100 साल में इस तरह की महामारी आई है और लाखों करोड़ों लोगों को अपने साथ ले गई है।

जिसमें एक चीज जो सबसे कॉमन है वह है 20 का आंकड़ा, क्योंकि चाहे सन 1720 हो 1820 ,1920 या फिर सन 2020-21 हो ये सभी वह साल है जब इस धरती पर अलग-अलग तरह की महामारी आई और हर तरफ तबाही का मंजर फैलाती चली गई ।

तो चलिए जानते हैं कि आखिर कौन सी थी वह महा मारिया जिसने हम इंसानों की नाक में दम कर दिया था।

साल 1720 :

सबसे पहले बात करते हैं इस दुनिया में आई सबसे पहली महामारी की जिसे हम सभी प्लेग के नाम से जानते हैं जी हां साल 1720 में पूरी दुनिया में प्लेग ने अपना आतंक फैलाया था। जिसे उस समय प्लेग ऑफ मार्सले कहा गया।

दोस्तो मार्सले, फ्रांस का एक शहर है और यहीं से प्लेग ने अपना कहर बरसाना शुरू किया था। हालांकि भले ही इस महामारी ने फ्रांस के मार्सले शहर से अपना कहर बरसाना शुरू किया हो।

लेकिन हमारे भारत में यह बीमारी चाइना से आई थी। क्योंकि यह सबसे पहले चाइना के अंदरूनी इलाकों में पहुंची और फिर वहां से धीरे-धीरे बाकी अन्य देशों में फैलना शुरु हो गई। हालांकि उस समय दुनिया की आबादी बहुत कम थी लेकिन फिर भी प्लेग ने 100000 लोगों को अपनी चपेट में ले कर मौत के घाट उतार दिया था।

जिसमें से 50000 लोग इस बीमारी के फैलने के कुछ ही महीनों में मर गए और बाकी के लोग उसके 2 साल के अंतराल में मारे गए। 


साल 1820 :
प्लेग के ठीक 100 साल बाद यानी 1820 में कोलेरा जिसको हम कालरा के नाम से जानते है। इसने इंसानों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया था जिसमें इस महामारी ने सबसे ज्यादा प्रभाव एशियाई देशों में डाला था। जिसमें जापान, सभी खाड़ी के देश, भारत, बैंककॉक, जावा, भूटान, चाइना, मॉरीशस और सीरिया इन सभी देशों को अपनी जकड़ में ले लिया।
दोस्तों यह बीमारी भी वायरस की वजह से ही फैल रही थी। जहां पर इस वायरस से पीड़ित इंसानों को उल्टी, दस्त जैसी समस्याएं हो रही थी, जिस वजह से उनके शरीर में मौजूद पानी कम होता जा रहा था और शरीर में पानी की कमी के कारण वह मरते जा रहे थे।


इस बीमारी से केवल जावा में ही 100000 लोगों की मौत हुई। जावा (जो इंडोनेशिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला द्वीप है) और सबसे ज्यादा मौतें थाईलैंड, फिलीपींस और इंडोनेशिया जैसे देशों में हुई।

साल 1920 :-

दोस्तों प्लेग और कोलेरा के कहर के बाद अब स्पेनिश फ्लू ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिए था। हालांकि इसके लक्षण प्रथम वर्ल्ड वॉर खत्म होने से पहले ही लोगों में दिखने लगे थे।
लेकिन यह महामारी वर्ल्ड वॉर खत्म होने के बाद साल 1920 में सबसे ज्यादा सक्रिय हो गई थी। क्योंकि यह बीमारी वर्ल्ड वॉर के दौरान पश्चिमी मोर्चे के आर्मी कैंप में अपना कहर बरसाना शुरू हुई और जब वह अपने घर लौटने लगे तो उनके साथ इस स्पेनिश फ्लू ने दुनिया भर में फैलना शुरू कर दिया और यह मानव इतिहास में होने वाली सबसे भीषण महामरियों में से एक थी। 


जिसमें वर्ल्ड वॉर में जितने लोग मारे गए थे उससे दुगने लोग इस महामारी की वजह से मारे गए और अगर आंकड़ों की बात की जाए तो करीब 5 करोड लोग इस बीमारी की चपेट में आकर मौत के घाट उतर गए थे।

साल 2020-21 :-

दोस्तों हमने अब तक जितनी भी महामारीयों के बारे में आपको बताया वह सब पुराने समय की थी। तब मेडिकल साइंस ने भी इतनी तरक्की नहीं की थी। लेकिन आज हम प्रगति की ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं फिर भी हम सभी अपने अपने घरों में बंद रहने को मजबूर हैं जिसकी सबसे बड़ी वजह आज के समय में फैली हुई कोरोना महामारी है।


कोरोनावायरस जो अब तक 1 अरब 15 करोड़ लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है। जिससे करीब अब तक 31 लाख 90 हजार लोग इस बीमारी से मारे जा चुके हैं और न जाने यह आंकड़ा कब तक बढ़ेगा। लेकिन एक बात तो तय है कि कोरोनावायरस जिस तरह से आज के हाईटेक जमाने में लोगों को परेशान कर रहा है उसे देखकर तो यह कहना बिल्कुल भी बुरा नहीं है कि कुदरत जब चाहे तब इस ब्रह्मांड का पासा पलट सकती है।

और इसी तरह लोगों को अपने घुटनों पर आने के लिए मजबूर कर सकती है। इसलिए आप लोगों से विनती है कि सभी लोग लॉकडाउन का पालन करें और सभी लोग घरों में रहे फालतू में घर से बाहर नहीं निकले।

बॉकी आपका इस विषय में क्या कहना है हमें कमेंट
बॉक्स में अपनी राय जरूर दीजिएगा और अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर कर दीजिएगा और ऐसे ही इंटरेस्टिंग पोस्ट लगातार देखने के लिए हमारे वेबसाइट को विजिट करना ना भूले।

Post a Comment

और नया पुराने